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Kabootar Kaue Aur Tote

Hardbound
Hindi
8126313935
2nd
2007
416
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₹300.00

कबूतर, कौए और तोते - डगलस एडम्स ने पी.जी. वुडहाउस के बारे में लिखा है कि 'वे अंग्रेज़ी भाषा के महानतम संगीतकार हैं।' भाषा की एक लय होती है, उसका एक ताल व संगीत होता है जो बिरले लेखक ही पैदा कर पाते हैं। यदि हिन्दी भाषा के महानतम संगीत का अनुभव करना हो तो आप रवीन्द्रनाथ त्यागी की हास्य-व्यंग्य रचनाओं में से गुज़र जायें। विट, निर्मल से हास्य, शिष्टतापूर्ण अशिष्टता, अद्भुत व्यंजनाएँ, बेजोड़ फ़ैंटेसी, सत्य कहने का अदम्य साहस, भाषा का अद्भुत खेल, ना कुछ से जाने क्या-क्या कुछ नया पैदा करने की बाज़ीगरी, विषय वैविध्य का अटूट सिलसिला, हास्य-व्यंग्य में काव्य का अलौकिक सौन्दर्य और इन सबके ऊपर एक निष्पक्ष व निर्मम विश्लेषण की क्षमता रखनेवाली खाँटी ईमानदार मानवीय जीवन-दृष्टि—शायद यह सब-कुछ तथा और भी अनेक शास्त्रीय क़िस्म की लेखन-बारीकियाँ, रवीन्द्रनाथ त्यागी को हिन्दी भाषा का ही नहीं, समस्त भारतीय भाषाओं का इस सदी का सर्वाधिक समर्थ हास्य-व्यंग्य लेखक बनाती हैं। उनके कवि होने के कारण व उनके विस्तृत अध्ययन के फलस्वरूप उनके लेखन में जो एक 'बाँकपन' आता है, वह उनका विशिष्ट आकर्षण है। हिन्दी व्यंग्य-लेखन की भविष्य की पीढ़ियाँ शायद यह विश्वास ही न कर पायें कि हिन्दी के इस महान् व्यंग्यकार को उसके अपने जीवन काल में मात्र एक 'नफीस हास्यकार' कहकर ही उपेक्षित किया जाता रहा। —डॉ. ज्ञान चतुर्वेदी

रवीन्द्रनाथ त्यागी (Rabindranath Tyagi)

रवीन्द्रनाथ त्यागी - जन्म: 9 मई, 1930 को उत्तर प्रदेश के बिजनौर ज़िले में स्थित नहटौर नामक क़स्बे में। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एम.ए.। देश की सिविल सर्विसेस की परीक्षा में सफलत

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