logo

सुब्बन्णा

उपन्यास
Hardbound
Hindi
8126302097
2nd
2000
72
If You are Pathak Manch Member ?

सुब्बण्णा - ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित महान् कन्नड़ कथाकार मास्ति वेंकटेश अय्यंगार को अपनी प्रथम उपन्यासिका 'सुब्बण्णा' के लिए मात्र इतना ही कथा-सूत्र अपने एक मित्र से प्राप्त हुआ था कि एक वारांगना ने एक व्यक्ति को सौ रुपये दिये। इसी सूत्र को पकड़कर उन्होंने एक उपन्यासिका का ताना-बाना बुन डाला और जीवन-दर्शन, संगीत एवं मानव-चरित्र के अनेक आयाम अति संक्षिप्त कलेवर में गुम्फित कर दिये। जिस समय यह रचना प्रकाश में आयी, तब कन्नड़ के कथा-प्रेमी पाठक लघु-उपन्यास के इस रूप से अपरिचित हो थे। मास्ति का यह प्रथम उपन्यास हिन्दी के सुधी पाठकों को भेंट करते हुए भारतीय ज्ञानपीठ को गौरव का अनुभव हो रहा है।

बी. आर. नारायण (B. R. Narayan)

जन्म: 1928, बैंगलूरु में। शिक्षा: दिल्ली विश्व विद्यालय से हिन्दी में एम.ए.। मातृभाषा कन्नड़। सरकारी नौकरी से सेवा-निवृत्त। कन्नड़ के अधिकतर शीर्ष लेखकों का हिन्दी पाठकों से परिचय करवाने में सक

show more details..

मास्ति वेंकटेश अय्यंगार (Masti Venkatesh Iyengar)

मास्ति वेंकटेश अय्यंगार 6 जून 1891 को कर्नाटक के सीमावर्ती ज़िले कोलार के मास्ति गाँव में जन्म ।काव्य-नाम 'श्रीनिवास' होते हुए भी समस्त कर्नाटक में 'मास्ति जी' के नाम से प्रख्यात ।छात्र-जीवन में

show more details..

मेरा आंकलन

रेटिंग जोड़ने/संपादित करने के लिए लॉग इन करें

आपको एक समीक्षा देने के लिए उत्पाद खरीदना होगा

सभी रेटिंग


अभी तक कोई रेटिंग नहीं

संबंधित पुस्तकें