• Out Of Stock

Chal Khusro Ghar Aapne

Mithileshwar Author
Hardbound
Hindi
8126306246
3rd
2005
116
If You are Pathak Manch Member ?

₹100.00

चल ख़ुसरो घर आपने -
प्रख्यात कथाकार मिथिलेश्वर की नवीनतम कहानियों का संग्रह है चल ख़ुसरो घर आपने।
इस संग्रह की कहानियों में आज का गाँव है-अपने सारे राग-विराग, सुख-दुःख के साथ। शहरी संस्कृति ने जिस तरह मानवीय संवेदनाओं को विकृत किया है उसका विद्रूप असर गाँव के सिवानों तक भी फैल चुका है। नतीजतन अपसंस्कृति और अजनबीपन ने नगरों की तरह ही गाँवों में भी रिश्तों की गरमाहट को कम किया है। दरअसल गाँवों-कस्बों के इस बदलते जीवन और परिवेश के यथार्थ को ही मिथिलेश्वर की ये कहानियाँ पूरी संवेदनशीलता के साथ बुनती और अभिव्यक्त करती हैं।
चल ख़ुसरो घर आपने की कहानियों में गँवई जीवन और मिट्टी की सुगन्ध के साथ ही वहाँ की संघर्षकामी चेतना और मानवीय जिजीविषा का जीवन्त उद्घोष भी है। इन कहानियों के माध्यम से मिथिलेश्वर ने आज के भारतीय गाँव को एक नयी भंगिमा से देखने की कोशिश की है।

मिथिलेश्वर (Mithileshwar)

मिथिलेश्वर जन्म : 31 दिसम्बर 1950, बिहार के भोजपुर ज़िले के बैसाडीह नामक गाँव में।शिक्षा : एम.ए., पीएच. डी. (हिन्दी)।लेखन : 1965 के छात्र-जीवन से ही प्रारम्भ। अब तक सौ से अधिक कहानियाँ, दो उपन्यास, दर्जनों

show more details..

My Rating

Log In To Add/edit Rating

You Have To Buy The Product To Give A Review

All Ratings


No Ratings Yet

E-mails (subscribers)

Learn About New Offers And Get More Deals By Joining Our Newsletter