नग्न सत्य सा नृत्य इतालवी संस्कृति व नृत्य की अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कलाकार पैट्रीज़िया सेर्रोनी के जीवन की साहसिक और उत्तेजक आत्मकथात्मक कहानी है। एक उन्मुक्त, विद्रोही, अपरम्परागत और गैर-अनुरूपतावादी महिला ।
सृजन की क्रिया और इरोस की खोज में शरीर में आत्मा की एक भावुक यात्रा, जिसमें पैट्रीज़िया सेर्रोनी खुद को जस का तस पेश करती हैं और अपने सबसे अन्तरंग रहस्यों व प्रेम कहानियों का खुलासा करती हैं।
सटीक और स्पष्ट व बेबाक और ईमानदार लेखन इस पुस्तक को एक सम्मोहक पठन बनाता है।
यह कहानी लेखिका के कई अन्तरराष्ट्रीय दौरों का, ख़ास कर रोम, न्यूयॉर्क और भारत में उनके प्रवास का-जहाँ वह लम्बे समय तक रहीं-रोचक विवरण देती है। यह वृत्तान्त चार्ल्स मिंगस, जाकिर हुसैन, जाचिंतो शेल्सी, मारियो शिफ़ानो, डेविड और डोरी ज़ॉर्ड, माइकल एंजेलो एंटोनियोनी और फ़ाबियो मौरी जैसे प्रसिद्ध कलाकारों के साथ 1970 के दशक में हुई लेखिका की यादगार मुलाक़ातों और पेशेवर सहयोग का ब्यौरा भी देता है।
लेखिका पाठक को ईएफटी (भावनात्मक स्वतन्त्रता तकनीक) से अवगत कराती हैं, एक चिकित्सीय उपकरण जिसका उन्होंने स्वयं लाभ उठाया। रचनात्मक पूर्णता तक पहुँचने के लिए लेखिका पाठक को कई प्रभावी कुंजियाँ भी प्रदान करती हैं और इस बात का अहसास दिलाती हैं कि हम सही मायने में अपने जीवन के लेखक तभी बनते हैं जब हम सबसे कठिन उपलब्धि हासिल कर लेते हैं, यानि खुद से प्यार करने में सक्षम होते हैं।
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