Yugant

Paperback
Hindi
9788126311033
3rd
2022
204
If You are Pathak Manch Member ?

युगान्त - 'युगान्त' एक नाट्यत्रयी है जिसमें एक ही परिवार की तीन पीढ़ियों की जीवन शैली, विचारधारा और द्वन्द्व समाहित हैं। इसके तीन अंक हैं-'बाड़े की घेराबन्दी', 'तालाब के पास खण्डहर' और 'युगान्त'। कथासूत्र और आश्रय में एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। भारतीय नाट्यविधा में ऐसी शैली का प्रयोग कम ही देखने को मिलता है। परम्परा पोषित संयुक्त परिवार की ग्रामीण व्यवस्था अर्थप्रधान, भोगवादी एवं व्यक्तिमुखी शहरी संस्कृति के आक्रमण से घटित होने वाले आवंछित परिणामों के साथ ही यह कृति भविष्य की दारुण परिणतियों का निदर्शन करती हैं। इस नाटक में तीन पीढ़ियों के माध्यम से ग्रामीण जीवन की सहजता, समन्वयवादिता, एकरूपता के साथ सामूहिक निष्क्रियता, भीरूता, मिथ्या प्रदर्शनप्रियता, धार्मिक रूढ़िवादिता, चारित्रिक भ्रष्टता जैसी प्रवृत्तियों को प्रभावी ढंग से उद्घाटित किया गया है। वर्तमान ग्रामीण और शहरी जीवन के विभिन्न स्तरों पर जारी संघर्षों का भी यथार्थ एवं मार्मिक चित्रण इस नाट्यकृति में देखा जा सकता है।

महेश एलकुंचवार, अनुवाद महेश एलकुंचवार (Mahesh Elkunchwar Translated by Mahesh Elkunchwar )

महेश एलकुंचवार - महेश एलकुंचवार भारतीय रंगमंच के महत्वपूर्ण और प्रभावशाली नाटककारों में से एक हैं। मूल मराठी भाषा में लिखे गये उनके नाटकों का कई भारतीय भाषाओं के साथ-साथ अंग्रेज़ी, फ्रेंच और

show more details..

My Rating

Log In To Add/edit Rating

You Have To Buy The Product To Give A Review

All Ratings


No Ratings Yet

E-mails (subscribers)

Learn About New Offers And Get More Deals By Joining Our Newsletter