Ek Kavi Ko Mangani Hoti Hai Kshama, Kabhi Na Kabhi (Kavi Ka Gadya)

Hardbound
Hindi
9789390678600
1st
2021
272
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चन्द्रकान्त कवि-मनुष्य हैं। उनकी सोच कविता की सोच है, उनकी दृष्टि कविदृष्टि है। उनकी ऊर्जा का केन्द्र कविता है। विषय चाहे जो भी हो, चन्द्रकान्त उसे अपने अन्तस की रोशनी में ही देखते-परखते हैं। कविता की रोशनी से ही कोई भी विषय, विचार, विधान आलोकित होता है। केन्द्र में कविता है। वह विचारधारा की तरह चश्मा नहीं है । कविता की दृष्टि से देखने पर दृष्टिकोण ही बदल जाता है। जीवन का साक्षात्कार कविता की भाषा से होता है वैसा आम भाषा से नहीं होता। कवि का गद्य भी इस सही भाषा की तलाश है। वह नया नज़रिया देता है ज़िन्दगी और दुनिया को देखने का । चन्द्रकान्त का गद्य यही करता है इसलिए भी उसे कवि का गद्य कहना वाज़िब लगता है । कवि का गद्य वह होता है जिसमें कवि के व्यक्तित्व की सहज प्रतीति होती है, चन्द्रकान्त के गद्य में ईमानदारी, पारदर्शिता, सह-अनुभव और दोस्ती के अन्दाज़ की गन्ध है । साफ़गोई, संवेदनशीलता, सहजता, विनोदप्रियता, अपनापा आदि गुणों ने उसमें चार चाँद लगाये हैं। वह अपने जीवन में और जीवन के ख़ास क्षणों में पाठक या श्रोता को शामिल कर विश्वास जगाते हैं। यह अन्तरंगता इस गद्य को कवि का गद्य बना देती है, कवि के साथ वह चिन्तक, अध्यापक, श्रोता, वक्ता, पति, पिता, पुत्र, भाई, मित्र, चित्रकार, रसिक, शिष्य, गुरु, नागरिक आदि कई रूपों में हमारे सामने आते हैं और दिमाग़ पर छा जाते हैं। विना गम्भीरता और सभ्यता की खोये ।

- भूमिका से

निशिकान्त ठकार (Nishikant Thakaar)

निशिकान्त ठकार (जन्म : 11 जून 1935) हिन्दी तथा मराठी के आलोचक तथा सुविख्यात अनुवादक हैं। वे लगभग 38 वर्षों तक हिन्दी के महाविद्यालयीन अध्यापक रहे हैं। अब तक उनकी 60 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं. जिनम

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कनुप्रिया देवताले (Kanupriya Devtale)

जन्म : इन्दौर (म.प्र.)। शिक्षा : विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन से। पर्यावरण और पशु कल्याण गतिविधियों में सक्रियता। सम्प्रति : राजनीति विज्ञान विषय में महाविद्यालयीन प्राध्यापक। सम्पर्क : एफ-2/7,

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चंद्रकांत देवताले (Chandrakant Devtale)

चन्द्रकान्त देवताले जौलखेड़ा (जिला बैतूल), म. प्र., में 7 नवम्बर, 1936 को जन्म। होल्कर कॉलेज, इन्दौर से 1960 में हिन्दी साहित्य में एम.ए. । सागर विश्वविद्यालय से मुक्तिबोध पर 1984 में पी-एच. डी. । छात्र जीव

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