मैं पत्रकार था और यह राजनीति, जिस तरह की राजनीति चल रही है, मुझे रास नहीं आती। मैं तो छोड़ना चाहता हूँ मगर राजनीति मुझे नहीं छोड़ती है। फिर मैं विरोधी दल का नेता हुआ, आज प्रधानमन्त्री हूँ और थोड़ी देर बाद प्रधानमन्त्री भी नहीं रहूँगा। प्रधानमन्त्री बनते समय मेरा हृदय आनन्द से उछलने लगा हो, ऐसा नहीं हुआ। जब मैं सब कुछ छोड़छाड़ कर चला जाऊँगा तब भी मेरे मन में किसी तरह की म्लानता होगी, ऐसा होने वाला नहीं है ।
-अटल बिहारी वाजपेयी
Log In To Add/edit Rating
You Have To Buy The Product To Give A Review