Dr. Sushila Takbhore
जन्म : 4 मार्च, 1954, बानापुरा (सिवनी मालवा), जि. होशंगाबाद (म.प्र.)।
शिक्षा : एम.ए. (हिन्दी साहित्य), एम.ए. (अम्बेडकर विचारधारा), बी.एड., पीएच.डी. (हिन्दी साहित्य)।
प्रकाशित कृतियाँ : स्वाति बूँद और खारे मोती, यह तुम भी जानो, तुमने उसे कब पहचाना (काव्य संग्रह); हिन्दी साहित्य के इतिहास में नारी, भारतीय नारी: समाज और साहित्य के ऐतिहासिक सन्दर्भों में (विवरण); परिवर्तन जरूरी है (लेख संग्रह); टूटता वहम, अनुभूति के घेरे, संघर्ष (कहानी संग्रह); हमारे हिस्से का सूरज (कविता संग्रह); नंगा सत्य (नाटक); रंग और व्यंग्य (नाटक संग्रह); शिकंजे का दर्द (आत्मकथा); नीला आकाश, तुम्हें बदलना ही होगा (उपन्यास)।
साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में सृजनात्मक गतिविधियाँ; दलित समाज और नारी की स्थिति पर परिवर्तनवादी आन्दोलन में वैचारिक सक्रियता; आकाशवाणी से समय- समय पर परिचर्चाएँ प्रसारित।
म.प्र. के मुख्यमन्त्री दिग्विजय सिंह द्वारा ‘म.प्र. दलित साहित्य अकादमी विशिष्ट सेवा सम्मान’ एवं पुरस्कार।
रमणिका फाउंडेशन से ‘सावित्री बाई फुले’ सम्मान एवं पुरस्कार।