Malati Upadhyay
मालती उपाध्याय
डॉ. मालती उपाध्याय, विगत शताब्दीक सातम-आठम दशक में मिथिला-मिहिर कें प्रतिष्ठित युवा-लेखिका के रूप में स्वयं के स्थापित केने छैथ । परिस्थितिजन्य कारण सँ, समयक पैघ अंतरालक पश्चात, सम्प्रति अपन लेखनी पाँच दशक पश्चात पुनः उठेलैन । ग्रामीण नैहर-सासुर में, देखल-जियल परिवेश-मण्डल में हिनक कथानक चित्रित छैन्ह ।
विगत शताब्दीक सामाजिक व्यवस्था में नारी-प्रतिबन्ध एहि कथा-संग्रह के केन्द्र बिन्दु थीक । एहि विषय-वस्तु आजुक ग्रामीण मिथिला में ओतबै प्रासंगिक छैक जते कि विगत शताब्दी में । अतः सामाजिक चेतना प्रकम्पित करवाऽक उद्देश्य में जीवनक सप्तम दशकक उत्तरार्द्ध में लेखिकाऽक प्रयास अति सराहनीय छैन्ह ।
'साँझक दीप' शीर्षक सटीक एवं लोक चेतना के विलोड़ित करवा में सक्षम बुझना
आबैत छैक। ओहि मूल के दर्शाबैत शीर्षक चित्रक निरूपण केने छैथ हुनक दौहित्री स्वधा पाण्डेय, जे एखन मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी में डॉक्टरेट शोधार्थी छैथ ।