Mohan Thapliyal
मोहन थपलियाल
दयाराबाग, टिहरी में 1942 में जन्म । पैतृक निवास श्रीकोट (खतस्यूं), पौड़ी गढ़वाल । दसवीं तक पढ़ने के बाद स्कूल छोड़ दिया। फिर इण्टर तक पढ़ाई और नौकरी साथ-साथ। शुरू में सेटलमेंट और कलक्ट्रेट दफ्तर में क्लर्की की, फिर गाँव के स्कूल में मास्टरी करने के बाद आठ साल तक भारत-तिब्बत सीमांत पुलिस में वायरलेस आपरेटर का काम किया। 1973 में सरकारी नौकरी से इस्तीफा देकर कुछ समय तक दिल्ली में रहकर स्वतन्त्र लेखन । 1974 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नयी दिल्ली में दाखिला लेकर जर्मन भाषा एवं साहित्य से बी.ए. आनर्स। अगस्त 1979 से लखनऊ के लिटरेसी हाउस में अतिथि लेखक के रूप में आमंत्रित ।
नवम्बर 79 से दैनिक 'अमृतप्रभात' लखनऊ के सम्पादकीय विभाग में नौकरी पकड़ी जो जून 90 में 'अमृतप्रभात' बिक जाने के बाद खत्म हो गयी। फिर 'पर्वतवाणी', 'दारुलशफा', 'माया' आदि पत्रिकाओं में छिटपुट नौकरियों और स्वतन्त्र लेखन का दौर शुरू ।
1983 में 'सालोमन गुंडे और अन्य कहानियाँ' कहानी संग्रह प्रकाशित । बर्कोला ब्रेख्त की 70 कविताओं और 30 छोटी कहानियों के मूल जर्मन से हिन्दी में अनुवाद प्रकाशित ।
कुछ कहानियों का अनुवाद अन्य भारतीयों भाषाओं में भी प्रस्तुत ।
सम्पर्क : एच-2/641, जानकीपुरम, कुर्सी रोड, लखनऊ-226007