Damodar Mauzo
दामोदर मावज़ो का जन्म 1 अगस्त 1944 को दक्षिण गोवा के माजोरड़ा गाँव में हुआ। प्रगतिशील विचार, अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता, सहिष्णुता तथा मानवीय मूल्यों के प्रखर समर्थक दामोदर मावजो समकालीन कोंकणी साहित्य जगत के महत्त्वपूर्ण हस्ताक्षर हैं। रचनात्मक लेखन के साथ ही गोवा की स्वतन्त्र राज्य के रूप में स्थापना, कोंकणी भाषा तथा गोवा के पर्यावरण की रक्षा से सम्बन्धित आन्दोलनों में वे सक्रिय रहे हैं। उन्होंने कहानी, उपन्यास, निबन्ध, आलोचना, पटकथा लेखन जैसी विविध विधाओं में लेखन कार्य किया है। उनकी कोंकणी में क़रीब 25 किताबें तथा अंग्रेजी में एक किताब प्रकाशित हुई है। कई किताबों का सम्पादन करने के साथ ही उन्होंने अनुवाद कार्य भी किया है। उनकी रचनाओं का हिन्दी, अंग्रेज़ी, मराठी, कन्नड़, तमिल, तेलगु, मलयालम, गुजराती, पुर्तगाली, फ्रेंच आदि भाषाओं में अनुवाद हुआ है।
आपको कार्मेलीन उपन्यास के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार (1983) जिसका अब तक चौदह भाषाओं में अनुवाद हुआ है। सुनामी सायमन उपन्यास के लिए विश्व कोकणी केन्द्र का श्रीमती वी.वी.पै. पुरस्कार प्राप्त गोवा राज्य सांस्कृतिक पुरस्कार तथा कई अन्य पुरस्कार प्राप्त। फ्रैंक ओ कॉनर अन्तरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए 'तेरेझास मैन' का नामांकन 57वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित (2022 ) किया गया है।