Yugaleshwar
डॉ. युगलेश्वर
जन्म : 10 फ़रवरी 1962, दहिया, बेगूसराय (बिहार) । शिक्षा : एम.ए. (स्वर्णपदक), पीएच.डी. ।
प्रकाशित कृतियाँ : सन्ताली आदिवासी महिलाएँ : अस्मिता एवं पहचान, दि ब्रिटिश सन्ताल ट्राइयल पॉलिटि (1855-1947), अबुआ राज की चुनौतियाँ और माटी एवं संस्कृति के प्रहरी : भगवान बिरसा ।
डॉ. (प्रो.) युगल झा वर्तमान में एसोसिएट प्रोफ़ेसर के रूप में अपनी सेवाएँ देने के साथ-साथ, समान्तर रूप से शैक्षणिक, अकादेमिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में भी निरन्तर सक्रिय हैं। झारखण्ड के पाकुड़ में अवस्थित के.के.एम. कॉलेज में वे राजनीतिशास्त्र के विभागाध्यक्ष भी हैं। जनजाति बहुल झारखण्ड के विशेष सन्दर्भ में लेखक की जनजातीय समस्याओं एवं अन्य मामलों में गहरी पैठ है और शिक्षण के अपने मुख्य कार्य से इतर सामाजिक, विशेषकर जनजाति समाज एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में भी गहरी सक्रियता है। प्रोफ़ेसर झा एक उत्कृष्ट शोध निर्देशक के रूप में छात्रों को पीएच.डी. कार्य में अभिभावकीय मार्गनिर्देशन करते रहे हैं। दो दशक से अधिक समय से शैक्षणिक जगत् से जुड़े रहकर लेखक एक विशेषज्ञ वक्ता के रूप में दिल्ली समेत देश के अनेक हिस्सों में निरन्तर शैक्षणिक-अकादेमिक समाज को लाभान्वित कर रहे हैं। अपनी लेखनी के माध्यम से, पत्र-पत्रिकाओं एवं पुस्तक रूप में भी वे अपने समकालीन समय-समाज के प्रति सतत जागरूक एवं सतर्क हैं ।
इसके अतिरिक्त प्रो. युगल झा 'बिहार रिसर्च जर्नल' व 'बिहार का आर्थिक परिदृश्य' के सम्पादन से भी सम्बद्ध हैं।