Saiji Makino
साइजी माकिनो -
जन्म: 11 फ़रवरी, 1924 को जापान के फुकुचियामा (ज़िला-क्योतो) शहर के निकट एक छोटे से गाँव 'इबारा' में।
शिक्षा: बी. एससी. (कृषि) तथा हिन्दी डिप्लोमा। आरम्भ में एक कृषि कालेज के चिकित्सा विभाग में पशु चिकित्सक। जनवरी 1945 में जापानी फ़ौज में भर्ती होकर तीन महीने का कड़ा प्रशिक्षण। युद्ध समाप्त होते ही साल के अन्त में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति कुछ समय बाद बारह वर्ष तक 'जापान बौद्ध संघ' में जीवन साधना। सन्त फुजिई गुरु की प्रेरणा से सेवाग्राम स्थित 'हिन्दुस्तानी तालीमी संघ' के आमन्त्रण पर भारत आगमन। पहले पहल आर्य नायकम, गाँधी और विनोबा के सम्पर्क में, और फिर विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर की छत्रछाया में जापानी अध्यापक बनकर सेवाकार्य। चम्बल घाटी में एक कृषि अध्यापक का जीवन, बिड़ला कम्पनी में हिन्दी दुभाषिया, और अन्त में शान्तिनिकेतन से सेवानिवृत्ति।
लेखन केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय की सहायता से 'जापानी आत्मा की खोज'। जापानी भाषा में गाँधी, टैगोर विचार सम्बन्धी कुछेक आलेख 'चित्रलेखा' उपन्यास का जापानी में अनुवाद।
पुरस्कार/सम्मान: 'ईहतोब पुरस्कार', जापानी सरकार से 'The Fourth Order of the Sacred Treasure', जापान की हानामाकि नगरपालिका का 7वाँ 'मियासावा केंजि पुरस्कार' और हिन्दी भवन, नयी दिल्ली से हिन्दी-रत्न' (2006)।