Kavita
कविता -
जन्म: 15 अगस्त, मुज़फ़्फरपुर (बिहार)।
शिक्षा: हिन्दी साहित्य में स्नातकोत्तर और राष्ट्रीय संग्रहालय, नयी दिल्ली से भारतीय कलानिधि।
पिछले दो दशकों से कहानी की दुनिया में सतत सक्रिय कविता स्त्री जीवन के बारीक रेशों से बुनी स्वप्न और प्रतिरोध की सकारात्मक कहानियों के लिए जानी जाती हैं। सात कहानी संग्रह—'मेरी नाप के कपड़े', 'उलटबांसी', 'नदी जो अब भी बहती है', 'आवाज़ों वाली गली', 'ग़ौरतलब कहानियाँ', 'मैं और मेरी कहानियाँ' तथा 'क से कहानी घ से घर' और दो उपन्यास 'मेरा पता कोई और है' तथा 'ये दीये रात की ज़रूरत थे' प्रकाशित। 'मैं हंस नहीं पढ़ता', 'वह सुबह कभी तो आयेगी' (लेख), 'जवाब दो विक्रमादित्य' (साक्षात्कार) तथा 'अब वे वहाँ नहीं रहते' (राजेन्द्र यादव का मोहन राकेश, कमलेश्वर और नामवर सिंह के साथ पत्र-व्यवहार) का सम्पादन। रचनात्मक लेखन के साथ स्त्री विषयक लेख, कथा-समीक्षा, रंग-समीक्षा आदि का निरन्तर लेखन। 'मेरी नाप के कपड़े' कहानी के लिये 'अमृतलाल नागर कहानी पुरस्कार' प्राप्त। चर्चित कहानी 'उलटबांसी' का अंग्रेज़ी अनुवाद ज़ुबान द्वारा प्रकाशित संकलन 'हर पीस ऑफ़ स्काई' में शामिल। कुछ कहानियाँ अन्य भारतीय भाषाओं में अनूदित।