Arun Gadre Translated by Leena Mehendale
अरुण गद्रे –
पुणे महाराष्ट्र में 11 अक्टूबर, 1957 में जनमे डॉ. अरुण गद्रे ने चिकित्सा शास्त्र में मुम्बई विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर (एम.डी.) उपाधि प्राप्त की।
पिछले बीस वर्षों से महाराष्ट्र के ग्रामीण क्षेत्रों में एक सफल चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं।
पेशे से चिकित्सक होने के साथ-साथ डॉ. गद्रे मराठी के एक चर्चित लेखक भी हैं। उन्होंने साहित्य में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। अब तक मराठी में उनकी बारह से भी अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इनमें 'घटचक्र', 'एक था फेंगाड्या', 'वधस्तम्भ' आदि उपन्यास शामिल हैं। 'एक था फेंगाड्या' अंग्रेज़ी में 'ए टेल ऑफ़ फेंगाडो' नाम से अनूदित होकर अमेरिकन प्रेस से प्रकाशनाधीन है।
डॉ. गद्रे महाराष्ट्र राज्य पुरस्कार (1993-94) से सम्मानित हैं।
अनुवादक - लीना मेहेंदले
जन्म: 31 जनवरी, 1940 वरणगाँव (महाराष्ट्र)।
शिक्षा : एम.एससी. (भौतिकी), एम.एससी. प्रोजेक्ट प्लानिंग। 1974 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रवेश। महाराष्ट्र सरकार में कलेक्टर, कमिश्नर (उद्योग विभाग, स्वास्थ्य विभाग आदि में)। देवदासी आर्थिक पुनर्वास कार्यक्रम के संचालन में सराहनीय कार्य।
प्रकाशन: ‘फिर वर्षा आयी’ (बाल-कथा), 'देवदासी' (कहानी), 'आनन्दलोक' (काव्यानुवाद), 'सुवर्ण पंछी' (रोचक सन्दर्भ) आदि अनेक कृतियाँ।