Mahesh Katare
महेश कटारे -
जन्म: 1948, बिल्हैटी, ज़िला-ग्वालियर (म.प्र.)।
शिक्षा: तीन विषयों में स्नातकोत्तर।
खेती व कुछ वर्षों तक अशासकीय स्कूल में मास्टरी।
प्रकाशन: समर शेष है, इतिकथा अथकथा, मुदी स्थगित, पहरुआ छछिया भर छाछ, मेरी प्रिय कथाएँ, सातपान की हमेल (कहानी-संग्रह); महासमर का साक्षी, अँधेरे युगान्त के, पंचरंगी (नाटक); पहियों पर रात दिन (यात्रावृत); कामिनी काय कांतारे (उपन्यास दो भागों में)। समय के साथ-साथ, नज़र इधर-उधर (विविध)।
अनेक हिन्दी पत्र-पत्रिकाओं में कहानियाँ, लेख समीक्षाएँ प्रकाशित। नृत्य-नाट्य लिखे। मंचित हुए।
पुरस्कार/ सम्मान : कुसुमांजलि साहित्य सम्मान 2015, ढींगरा फ़ाउंडेशन (अमेरिका) का कथा सम्मान 2014 (स्कारबरो, कनाडा में) कथाक्रम सम्मान 2009, शमशेर सम्मान 2005, म.प्र. साहित्य परिषद व साहित्य अकादमी म.प्र. के पुरस्कार, सारिका सर्वभाषा कथा-प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार, वागीश्वरी सम्मान, प्रेमचन्द कथा सम्मान, बिहार राजभाषा परिषद सम्मान तथा कुछ अन्य भी सुप्रसिद्ध बैले ग्रुप 'कला समूह' व प्रलेस से अद्यतन जुड़ाव।