Raghuveer Chaudhari Translated by Kiran Mathur
रघुवीर चौधरी -
प्रसिद्ध गुजराती कथाकार, कवि, लेखक और समीक्षक। 1938 में बापुपुरा, महेसाणा (उत्तर गुजरात) में जन्म। गुजरात विश्वविद्यालय से एम. ए. (हिन्दी, संस्कृत) तथा पीएच.डी. (भाषा-विज्ञान)। गुजरात विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के निवर्तमान प्राध्यापक।
प्रकाशन: गुजराती में विविध विधाओं में साठ के लगभग मौलिक कृतियाँ। इनमें पूर्वराग, अमृता, आवरण, वेणु वत्सला, उपरवास कथात्रयी (उपन्यास); आकस्मिक स्पर्श, गेर समज, अतिथिगृह, विरहिणी गणिका (कहानी-संग्रह); तमसा, वहेती वृक्ष पवनमां (कविता संग्रह); अशोकवन, झूलता मिनारा (नाटक); सहरानी भव्यता, तिलक करे रघुवीर (रेखाचित्र); गुजराती नवलकथा, अद्यतन कविता, दर्शकना देशमां (आलोचना-ग्रन्थ) प्रमुख हैं। यात्रावृत्त और ललित निबन्ध एवं सम्पादन-अनुवाद सम्बन्धी अनेक पुस्तकें भी।
पुरस्कार/सम्मान: ‘कुमार चन्द्रक', 'रणजीतराम सुवर्णचन्द्रक', 'साहित्य अकादेमी पुरस्कार', 'सौहार्द सम्मान', 'गोवर्धनराम पुरस्कार', 'के. के. मुंशी स्वर्ण कौठ पुरस्कार', 'नर्मद चन्द्रक' आदि।