Rajkamal Choudhary
राजकमल चौधरी
हिन्दी कहानी में राजकमल चौधरी को उनके कथ्य और उसमें बरती गयी शैली के लिए जाना जाता है। वे अपने कथ्य में पाठकों की उम्मीद से दूर जाकर एक ऐसा माहौल बना देते थे जो पाठकों को हैरान कर देता था। दरअसल उन्होंने अपनी एक भाषा ख़ुद गढ़ी थी जो निजी तो थी ही साथ में एक खिंचाव भी उत्पन्न करती थी। समय-समय पर उनपर कहानियों में अश्लीलता के आरोप भी लगे थे लेकिन राजकमल चौधरी का यह मानना था कि यही फूहड़ता, विद्रूपता, घुटन और अश्लीलता आज के समाज में हर तरफ़ है। और हमारी कहानियाँ हमारे समाज की परिचायक हैं।