Parveen Shakir
परवीन शाकिर (1952-1994)
सैयदा परवीन शाकिर का जन्म 24 नवम्बर, 1952 को कराची, सिन्ध, पाकिस्तान में हुआ।
परवीन शाकिर एक उर्दू कवयित्री, शिक्षक और पाकिस्तान सरकार की सिविल सेवा में एक अधिकारी थीं।
वे उर्दू शायरी में एक युग का प्रतिनिधित्व करती हैं। फ़हमीदा रियाज़ के अनुसार वे पाकिस्तान की उन कवयित्रियों में से एक थीं जिनके शेरों में लोकगीत की सादगी और लय भी है और क्लासिकी संगीत की नफ़ासत भी और नज़ाकत भी। पाकिस्तान की मशहूर शायरा परवीन शाकिर के बारे में कहा जाता है कि जब उन्होंने 1982 में सेंट्रल सुपीरियर सर्विस की लिखित परीक्षा दी तो उस परीक्षा में उन्हीं पर एक सवाल पूछा गया था जिसे देखकर वह आत्मविभोर हो गई थीं।
प्रमुख कृतियाँ : ‘खुली आँखों में सपना’, ‘ख़ुशबू, सदबर्ग’, ‘इंकार’, ‘रहमतों की बारिश’, ‘ख़ुद-कलामी’, ‘माह-ए-तमाम’ आदि हैं।
निधन : 26 दिसम्बर, 1994, इस्लामाबाद (पाकिस्तान)।