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इन्द्र बहादुर खरे

प्रो. कवि इन्द्र बहादुर खरे

[16 दिसम्बर 1922, गाडरवारा (म.प्र.)-13 अप्रैल 1953, प्रयाग (उ.प्र.) ]

शिक्षा : प्राइमरी-सोहागपुर एवं कटनी, मिडिल स्कूल-महोबा, हाईस्कूल एवं इंटर-किशोरी रमण, मथुरा (उ.प्र.)। साहित्य रत्न प्रयाग, बी.ए. प्रयाग/राबर्टसन महाविद्यालय जबलपुर/ हितकारिणी महाविद्यालय, जबलपुर, सागर वि.वि., एम.ए. नागपुर वि.वि., पीएच. डी. अपूर्ण तुलसीदास (नागपुर वि.वि.) ।

व्यवसाय : प्रोफेसर हितकारिणी महाविद्यालय (1949-1952), सह संचालक सेंट्रल प्रोविंस एंड बरार नागपुर (1948-49), शिक्षक महाराष्ट्र हाईस्कूल जबलपुर (1947-48), मॉडल हाईस्कूल जबलपुर (1946-47), राशनिंग इंस्पेक्टर गन गैरेज फैक्टरी खमरिया, जबलपुर (1943-46)।

काव्य संग्रह (मरणोपरान्त) : भोर के गीत (पण्डित रविशंकर शुक्ल वि.वि., रायपुर एवं सेंट अलौय्सिस महाविद्यालय, जबलपुर के हिन्दी पाठ्यक्रम में सम्मिलित), (सी डी, कैसेट) विजन के फूल, सुरबाला, सिन्दूरी किरण, आरती के दीप ।

राष्ट्रीय गीत : आज़ादी के पहले आज़ादी के बाद (सी डी, कैसेट), रानी दुर्गावती, अम्बेडकर-नयी किरण, हेमू कालाणी ।

बाल गीत : विद्यालयीन पाठ्यक्रम में 1948 से सतत सम्मिलित ।

गद्य काव्य : रजनी के पल ।

कहानी संग्रह : सपनों की नगरी, जीवन पथ के राही ।

समीक्षा : आचार्य रामचन्द्र शुक्ल की समीक्षा दृष्टि विविध प्रसंगों में, काश्मीर-1948, रसायन एक अध्ययन (हरिऔध, प्रसाद, मैथिली, निराला, पन्त, महादेवी), सागर वि.वि., सुमन कुंजी, लेख, निबन्ध, अनुवाद ।

सम्पादन : भारत वैभव भाग 1, 2, 3, 4, सी पी एवं बेरार (मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र के विद्यालयीन पाठ्यक्रम में 1949 से सतत सम्मिलित), रेवा कहानी संग्रह, प्रकाश पाक्षिक, युगारम्भ ।

आकाशवाणी नागपुर के अनुमोदित गीतकार, कहानीकार ।

कार्यक्रम : 15 अगस्त, 26 जनवरी : छत्तीसगढ़, म.प्र. के विद्यालयों की प्रभात फेरी में गीत का सतत गायन 'सिर पर शोभित मुकुट हिमालय' ।

9 अगस्त 2008 से मुम्बई अगस्त क्रान्ति मैदान में सतत गायन 'नौ अगस्त हो गया अस्त, पर अस्त न हो पायी वह लाली' ।