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डॉ. अर्जुन तिवारी

डॉ. अर्जुन तिवारी

अध्यापन अनुभव : पत्रकारिता एवं साहित्य का पी. जी. कक्षाओं में 34 वर्षों तक अध्यापन। काशी विद्यापीठ से पत्रकारिता विभागाध्यक्ष से सेवानिवृत्त। वृत्तचित्र निर्माण : काशी विद्यापीठ, बाबा राघव दास, गाँधी पर वृत्तचित्र निर्माण-निर्देशन। सम्पादन : 'शाश्वत शिक्षा शास्त्र', 'काशी विद्यापीठ कौस्तुभ गौरव ग्रन्थ', 'रामेश्वर टांटिया रचनावली' । पुरस्कार : उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा ग्रन्थ-लेखन हेतु सन् 1988 में अनुशंसित, सन् 1999 में नामित पुरस्कार से पुरस्कृत (उ.प्र. हिन्दी संस्थान), दक्षिण भारत हिन्दी प्रचार सभा कर्नाटक द्वारा हिन्दी की विशिष्ट सेवा हेतु 1993 में सम्मान पदक से अलंकृत, बाबूराव विष्णु पराड़कर नामित पुरस्कार से अलंकृत, राहुल सांकृत्यायन नामित पुरस्कार, 2015। प्रकाशित ग्रन्थ : स्वतन्त्रता आन्दोलन और हिन्दी पत्रकारिता, आधुनिक पत्रकारिता, जनसंचार और हिन्दी पत्रकारिता, हिन्दी पत्रकारिता का वृहद् इतिहास, इतिहास निर्माता पत्रकार, कृषि ग्रामीण विकास पत्रकारिता, ई-जर्नलिज्म, महात्मा गाँधी की पत्रकारिता, हिन्दी व्याकरण और रचना, देवराहा दर्शन, पराड़कर जी : एक जीवनी, सम्पादकाचार्य पं. अम्बिका प्रसाद वाजपेयी, मीडिया माफिया, जनसम्पर्क सिद्धान्त एवं व्यवहार, आधुनिक विज्ञापन, सम्पूर्ण पत्रकारिता, सद्भाव सेतु शंकर, भोजपुरी साहित्य के इतिहास, भोजपुरी-हिन्दी-अंग्रेज़ी त्रिभाषी शब्दकोश, मीडिया समग्र, भोजपुरी-हिन्दी शब्दकोश। हिन्दी प्रोत्साहन विशेषज्ञ समिति : विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यू.जी.सी.) द्वारा गठित उच्च शिक्षा में हिन्दी प्रोत्साहन विशेषज्ञ समिति के अध्यक्ष मनोनीत । अध्यक्ष के रूप में अपनी सक्रियता से 16 विश्वविद्यालयों में हिन्दी विभाग की स्थापना में सफलता प्राप्त।