Dinesh Shrinet
लेखक, पत्रकार तथा लोकप्रिय संस्कृति के अध्येता
7 मई 1972 को गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में जन्मे दिनेश श्रीनेत सिनेमा, कला व संस्कृति पर लिखते हैं। वे कवि-कथाकार भी हैं। पहली कहानी 'विज्ञापन वाली लड़की' सन् 2006 रवींद्र कालिया के संपादन में निकलने वाली 'वागर्थ' में प्रकाशित। बाद में यही कहानी 'उर्दू आजकल' तथा पाकिस्तान के उर्दू 'आज' में छपी और सराही गई। 2012 में 'उड़न खटोला' कहानी बया में प्रकाशित। 2018 में बया में ही 'मत्र्योश्का' कहानी प्रकाशित। भोपाल समेत कई शहरों में इन दोनों कहानियों का पाठ। 'सदानीरा' में कविताएं प्रकाशित। कविता 'हारे हुए लोग' इंटरनेट पर वायरल हुई। जश्न-ए-रेख़्ता, दिल्ली पोएट्री फेस्टिवल, बुंदेलखंड लिट्रेचर फेस्टिवल में शिरकत और सिनेमा तथा साहित्य पर संवाद।
पहल, हंस, स्त्रीकाल, पाखी, बया, समालोचन, अनहद आदि साहित्यिक सामाजिक पत्रिकाओं सिनेमा व पॉपुलर कल्चर पर आलेख प्रकाशित। वाणी प्रकाशन से 2012 में आई 'पश्चिम और सिनेमा' किताब इग्नू तथा महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए अनुशंसित। इग्नू के लिए सिनेमा अध्ययन और पत्रकारिता से जुड़े पाठ्यक्रमों का लेखन।
पेशे से दिनेश इकनॉमिक टाइम्स में भारतीय भाषा के संस्करणों के संपादक हैं। वे हिंदी की डिजिटल पत्रकारिता में काम करने वाले सबसे आरंभिक पत्रकारों में से एक रहे हैं।