Kumar Krishna
कुमार कृष्ण
कुमार कृष्ण का जन्म हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के गाँव नागड़ी में 30 जून 1951 को एक ब्राह्मण किसान-परिवार में हुआ। आजकल आप हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिन्दी-विभाग में प्रोफेसर एवं अध्यक्ष हैं।
कवि तथा आलोचक के रूप में कुमार कृष्ण का नाम हिन्दी-पाठकों के लिए सुपरिचित है। आपके कविता-संग्रह - डरी हुई ज़मीन (1983), पहाड़ पर बदलता मौसम (1984), काठ पर चढ़ा लोहा (1985), खुरों की तकलीफ (1987), मेरी कविताएँ (1989) और घमर (1992) तथा आलोचनात्मक ग्रन्थ समकालीन साहित्य : विविध सन्दर्भ (1984), कविता की सार्थकता (1986), हिन्दी-कथा-साहित्य : परख और पहचान (1986) तथा दूसरे प्रजातन्त्र की तलाश में धूमिल (1987) प्रकाशिप्त हो चुके हैं। हिमाचल प्रदेश में रचित कविता, कहानी, उपन्यास, नाटक-एकांकी तथा आलोचना की पहचान करवाने वाले पहले प्रामाणिक ग्रन्थ हिमाचल वाङ्मय (1989) संयोजन के अतिरिक्त कुमार कृष्ण ने कई पुस्तकों का सम्पादन भी किया है।
स्थायी पता - गाँव नागड़ी, डाकघर सलाणा, वाया शोघी - 173219, तहसील एवं जिला शिमला, हिमाचल प्रदेश।