Gopeshwar Singh
गोपेश्वर सिंह
जन्म : 24 नवम्बर 1955 ई., बिहार के गोपालगंज जिले के 'बड़का गाँव पकड़ीयार' नामक गाँव में एक किसान परिवार में ।
शिक्षा : एम.ए., पीएच. डी., आरंभिक शिक्षा गाँव के पास के कस्बे हथुआ में तथा उच्च शिक्षा मुजफ्फरपुर, पटना और बनारस में।
गतिविधि : 1974 ई. में बिहार के छात्र आंदोलन में सक्रिय भागीदारी के कारण पढ़ाई बाधित। उसी दौरान जयप्रकाश नारायण के समक्ष तिलक-दहेज न लेने, जनेऊ न पहनने तथा जाति-धर्मनिरपेक्ष जीवन मूल्यों के प्रति प्रतिज्ञाबद्ध । आंदोलन के दौरान अनेक बार जेल यात्रा। आपात्काल के बाद जयप्रकाश नारायण के एक स्वयंसेवी संगठन के साथ झारखंड के गाँवों में आदिवासियों के बीच कई वर्षों तक सक्रिय। बाद में कुछ वर्षों तक वामपंथी सांस्कृतिक संगठनों से जुड़ाव। इसी दौरान ‘अलाव’ नाम से एक साहित्यिक पत्रिका का प्रकाशन, जिसका प्रवेशांक ही अंतिमांक बना।
जीविका : कुछ दिनों तक खेती और फ्रीलांसिंग । 1983 से अध्यापन | पटना वि.वि., पटना एवं सेंट्रल यूनिवर्सिटी, हैदराबाद में करीब दो दशक तक अध्यापन के बाद सम्प्रति दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में प्रोफेसर ।
लेखन : साहित्य के साथ सामाजिक-सांस्कृतिक विषयों पर हिंदी की प्रायः सभी महत्वपूर्ण पत्र-पत्रिकाओं में निरंतर लेखन। 'नलिन विलोचन 'शर्मा', 'साहित्य से संवाद' और 'आलोचना का नया पाठ' के अतिरिक्त 'भक्ति आंदोलन के सामाजिक आधार', 'नलिन विलोचन शर्मा संकलित निबंध' और "'कल्पना' का 'उर्वशी' विवाद" (संपादित) पुस्तकें प्रकाशित ।
संपर्क : हिंदी विभाग, कला संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली-1100071
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