Narendra Saini
नरेन्द्र सैनी इंडिया टुडे पत्रिका में हैं तो सीनियर असिस्टेंट एडिटर, लेकिन उनकी पूरी शख़्सियत एक क़िस्सा-गो की है। दिल्ली में पले बढ़े नरेन्द्र ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया। पेशे से पत्रकार होने के बावजूद अनुवाद से लेकर कहानी तक लेखन की हर विधा में पिछले एक दशक से उनका सशक्त हस्तक्षेप है । लेखन के इस विशाल संसार में नरेन्द्र की सबसे बड़ी पूँजी यह है कि पूरा जीवन दिल्ली जैसे महानगर में बिताने के बावजूद उनके संवाद कस्बाई भारत की कसमसाहट लिए रहते हैं। उनके पात्र दिल्ली की भव्य इमारतों की परछाईं में छिपी अनाम बस्तियों से निकलकर चमकदार सड़कों पर चहलकदमी करने लगते हैं । जब वे अपने नौजवान किरदारों की जुबान बोलते हैं तो यही लगता है कि जैसे वे आज भी नॉर्थ कैम्पस के किसी हॉस्टल में डटे हों।
अलग से उनकी नौकरी और लेखकी का मिला-जुला आलम यह है कि सिनेमा के परदे के किरदार महानायक अमिताभ बच्चन हों या युवा प्रतिभा नवाजुद्दीन सिद्दीकी, भाषा और अर्थशास्त्र की बिरादरी के प्रो. कृष्ण कुमार हों या गुरचरण दास, सबके साथ रहगुजर बनाते नरेन्द्र ने कुछ लिखते-पढ़ते, अनूदित और सम्पादित करते हुए पुस्तकों की शक्ल में सार्थक सँजोने का काम भी किया है। उनसे इस पते पर मिला जा सकता है-
ई-मेल : narender75@gmail.com
मोबाइल : 09811721694