Namita Gokhale
नमिता गोखले -
नमिता गोखले लेखक, प्रकाशक, फ़ेस्टिवल डायरेक्टर तथा अठारह कथा-अकथा की किताबों की लेखिका हैं। उनका पहला उपन्यास पारो : ड्रीम्स ऑफ़ पैशन बहुत प्रसिद्ध उपन्यास है जिसका प्रकाशन 1984 में हुआ था और जिसकी प्रसिद्धि आज भी बरकरार है। और उपन्यास के दूसरे खण्ड प्रिया के साथ इसका दोहरा संस्करण प्रकाशित किया गया था। नमिता गोखले ने अलग-अलग विधाओं में मिथकों के ऊपर ख़ूब काम किया है, जिनमें पफ़िन महाभारत में भारतीय मिथक महाकाव्य का पुनःप्रस्तुतीकरण भी शामिल है। हाल में प्रकाशित उनका उपन्यास थिंग्स टु लीव बिहाइंड फॉरएवर, जो हिमालय त्रयी का हिस्सा है, को अनेक पुरस्कार मिले और आलोचकों की भरपूर प्रशंसा भी मिली। असम साहित्य सभा द्वारा दिया जाने वाला समकालीन राष्ट्रीय पुरस्कार सबसे पहले नमिता गोखले को प्रदान किया गया है। वह जयपुर लिटरेचर फ़ेस्टिवल तथा माउंटेन एकोज फ़ेस्टिवल, भूटान लिटरेचर फ़ेस्टिवल की संस्थापक तथा सह-निदेशक हैं। वह यात्रा बुक्स की निदेशक भी हैं, जो एक प्रकाशन संस्थान है जिसकी विशेषज्ञता अनुवाद है।