Hariom
हरिओम कवि, ग़ज़लकार और कहानीकार के साथ मशहूर ग़ज़ल गायक भी हैं। दो ग़ज़ल संग्रह 'धूप का परचम' और 'ख़्वाबों की हँसी', एक कहानी संग्रह 'अमरीका मेरी जान' और कविता संग्रह 'कपास के अगले मौसम में’ प्रकाशित।
साहित्य के अलावा संगीत में इनकी गहरी रुचि। ग़ज़ल गायक के बतौर उल्लेखनीय पहचान । रंग पैराहन, इंतिसाब, रोशनी के पंख, रंग का दरिया नाम से चार एलबम रिलीज़ हो चुके हैं। गायकी के लिए नीदरलैंड, लन्दन, दुबई से आमन्त्रण। देश के प्रमुख शहरों में मीर, ग़ालिब, फ़ैज़ सहित बड़े शायरों पर लाइव म्यूज़िक कार्यक्रम कर चुके हैं।
अपने साहित्यिक और सांस्कृतिक अवदान के लिए फ़िराक़ सम्मान, राजभाषा अवार्ड, अवध का प्रतिष्ठित तुलसी श्री सम्मान, कविता के लिए 2017 के अन्तरराष्ट्रीय वातायन पुरस्कार (लन्दन) और कुवैत हिन्दी-उर्दू सोसायटी की तरफ़ से साहित्य श्री अवार्ड मिल चुका है।