Dr. Rajendra Prasad
शिक्षा :
1966 में रामजस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से हिन्दी में एम.ए. । दिल्ली विश्वविद्यालय से ही एम. लिट्. एवं पी-एच. डी. । एम.लिट्. के शोध का विषय : 'अज्ञेय, मुक्तिबोध एवं गिरिजाकुमार माथुर का काव्य।' पी-एच.डी. का विषय : 'तार सप्तक' के कवियों की समाज चेतना ।'
कार्यक्षेत्र :
सितंबर, 1966 से दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्यापन । अध्ययन-अध्यापन एवं लेखन का विशेष क्षेत्र नयी कविता एवं नाटक | ध्वनि-रूपक लेखन में सक्रिय । लगभग पाँच दर्जन ध्वनि-रूपक आकाशवाणी के विभिन्न एकांशों से प्रसारित ।
प्रकाशित ग्रंथ :
1. 'तार सप्तक' के कवियों की समाज-चेतना (शोध), 2. अज्ञेय : कवि और काव्य (आलोचना), 3. प्रतीतियों के बाहर (नाटक), 4. चेहरों का जंगल (फैंटेसी शिल्प पर आधृत तीन नाटकों का संकलन, हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा पुरस्कृत), 5. आधुनिक काव्य-संग्रह (संपादन), 6. आधुनिक विक्रमादित्य (व्यंग्य-कथाएँ) ।
विभागीय पता :
रीडर, हिन्दी विभाग, कैंपस ऑफ ओपन लर्निंग, दिल्ली विश्वविद्यालय ।
आवास :
3, सवेरा एपार्टमेंट्स, प्लॉट-5, सेक्टर-13, रोहिणी, दिल्ली-110085