जीवन चक्र - डॉ. जे. के. सर्राफ जी की कविताएँ पढ़कर मुझे ऐसा लगा जैसे इन्होंने अपनी कविताओं के माध्यम से अपना जीवन ही खोलकर रख दिया हो। इनकी कविताओं में जीवन में अचानक चली आयी रिक्तता से बाहर निकलने की तड़प दिखती है जिसको शब्दों के माध्यम से बयाँ किया गया है। डॉ. सर्राफ की कविताएँ न केवल सहज-सरल हैं बल्कि ये कविताएँ एक साधारण मनुष्य की मनोभावनाओं की असाधारण प्रस्तुति हैं। इस संकलन की कविताओं को पढ़कर व्यक्ति अपनी एक अलग ही दुनिया में विचरण करने लगता है, और जीवन के विषाद, निराशा और असफलता से निकलकर एक सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ने की प्रेरणा लेता है। आशा है पाठक इन कविताओं से अपना एक अटूट रिश्ता बनायेंगे। सच्चे पाठक ही इस संग्रह की मूल शक्ति साबित होंगे।
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