इक्कम-दुक्कम खेलती हुस्नाबानो सोचती इस गली में अब और नहीं बन सकता कोई घर यदि बनता तो क्या वह हमारा होता? भाई मोहसिन का होता? अम्मी का होता? अब्बा का होता?
प्रभा खेतान (Prabha Khetan )
प्रभा खेतान
जन्म : 1 नवम्बर, 1942
शिक्षा : एम.ए. पी-एच.डी. (दर्शनशास्त्र)
प्रकाशित कृतियाँ उपन्यास : आओ पेपे घर चलें !, छिन्नमस्ता, पीली आँधी, अग्निसंभवा, तालाबंदी, अपने-अपने चेहरे।
कविता : अपरिचित उजा