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कंप्यूटर का सहज बोध

Hardbound
Hindi
9788181430236
2nd
2017


सुरेश सलिल Suresh Salil

सुरेश सलिलकवि, अनुवादक, गद्यकार ।प्रकाशित कृतियाँ : (कविता) करोड़ों किरनों की ज़िन्दगी का नाटक सा, भीगी हुई दीवार पर रोशनी, खुले में खड़े होकर, मेरा ठिकाना क्या पूछो हो, रंगतें, (अनुवाद) रोशनी की

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