• Out Of Stock

Kavya Tarang

Ashok Singh Editor
Hardbound
Hindi
9789389012743
1st
2019
256
If You are Pathak Manch Member ?

₹695.00

‘सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा' इस ऐतबार से भी सही है कि हिन्दुस्तान रंगारंग धर्मों, जातियों, सम्प्रदायों का देश तो है ही, हिन्दुस्तान भाषाओं और बोलियों का भी ऐसा बाग़ है जिसकी कोई दूसरी मिसाल दुनिया में नहीं। ...अमेरिका में जो भारतीय अपनी-अपनी विशेषताओं के कारण रच-बस गये हैं, उनमें से कोई सॉफ़्टवेयर इंजीनियर है, कोई प्रोफ़ेसर और कोई डॉक्टर, हिन्दुस्तानी प्रवासी (diaspora) तरह-तरह के कामों से जुड़ा हुआ है और बाहर से आकर अमेरिका में बसने वालों में अपनी अलग पहचान रखता है। लोग घर में या कामकाज में सुबह से शाम तक अंग्रेज़ी बोलें, उनके ख़ून से तीन चीजें कभी नहीं जा सकतीं-भारतीय संस्कृति, भारतीय संगीत और भारतीय भाषाएँ। इन सबकी सिरमौर हिन्दी है जो केन्द्रीय भाषा कहलाती है। लेकिन आम बोलचाल और फ़िल्मों या संगीत में हिन्दुस्तानी और उर्दू का चलन भी दूर-दूर तक है। भाषाओं का रस माँ के दूध के साथ-साथ आता है। यह न हो तो संस्कृति, चेतन और अवचेतन कुछ भी नहीं। ...जब चीज़ें फैलती हैं। और मशहूर होती हैं तो कच्चा-पक्का बँट जाता है। पतझर में जो पत्ते झड़ते हैं वह आगे चलकर बहार के फूलों में खिलते हैं। इस तरह ख़ूब से ख़ूबतर का सफ़र जारी रहता है। है ज़ुस्तज़ू कि ख़ूब से है ख़ूब तर कहाँ अब ठहरती है देखिए जाकर नज़र कहाँ -गोपी चन्द नारंग (पद्मश्री, पद्मभूषण)

अशोक सिंह (Ashok Singh )

अशोक सिंह 22 अगस्त को उत्तर प्रदेश, भारत में जन्म ।अशोक हिन्दी भाषा एवं साहित्य से सम्बन्धित अमेरिका की विभिन्न संस्थाओं से ही जुड़े रहे हैं। अनेक वर्षों तक भारत से आमन्त्रित शीर्ष कवियों को

show more details..

My Rating

Log In To Add/edit Rating

You Have To Buy The Product To Give A Review

All Ratings


No Ratings Yet

E-mails (subscribers)

Learn About New Offers And Get More Deals By Joining Our Newsletter