Nirmala

Paperback
Hindi
9788181437471
3rd
2014
160
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निर्मला -
निर्मला प्रेमचंद का पहला उपन्यास है जिसमें वे क्रूर यथार्थ की ज़मीन पर खड़े हो कर भारतीय समाज में नारी की असहाय स्थिति का चित्रण करते हैं। ग़रीबी के कारण युवा निर्मला का विवाह अधेड़ तोताराम से हो जाता है तब बेमेल विवाह की विडम्बनाओं का चक्र घूमने लगता है। लेकिन निर्मला परिस्थिति से समझौता नहीं करती और अपना प्रतिकार जारी रखती है। इसी तरह, अन्य नारी पात्र भी अपनी संघर्ष चेतना का परिचय देते रहते हैं। 'निर्मला' के माध्यम से प्रेमचंद ने तत्कालीन समाज की अन्य विडम्बनाओं पर भी प्रकाश डाला है।

मुंशी प्रेमचन्द (Munshi Premchand)

मुंशी प्रेमचन्द हिंदी के आधुनिक कथा शिल्पी कहे जाने वाले उर्फ धनपतराय का जन्म लमही के एक सामान्य परिवार में 31 जुलाई 1880 को हुआ था । उनके पिता का नाम अजायब राय और मां का नाम आनंदी देवी था । उनकी कल

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