Agneta Pleijel
अग्निएता प्लेय्येल का जन्म 1940 में स्टॉकहोम में हुआ, और वे गॉटेनबर्ग विश्वविद्यालय में पढ़ीं, जहाँ उन्होंने साहित्य, दर्शन तथा नृतत्वशास्त्र का अध्ययन किया। उनका पहला उपन्यास, वह जो हवा को देखता था, 1987 में प्रकाशित और हुआ बहुत प्रशंसित हुआ। इसके लिए उन्हें एस्सेल्ते पुरस्कार दिया गया जो स्वीडन का महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय पुरस्कार है। तब से उनके चार और उपन्यास प्रकाशित हुए हैं कुकुर नक्षत्र 1989, फफूँदें 1993, स्टॉकहोम में शीत ऋतु 1997 तथा लॉर्ड नेवर मोर 2001। वे कविता भी लिखती हैं और अब तक उनके तीन कविता-संग्रह प्रकाशित हुए है : फ़रिश्ते, बौने 1981, किसी स्वप्न से आँखें 1984, तथा आँटियाँ और अन्य कविताएँ 2004। इसके अलावा उन्होंने कई नाटक भी लिखे हैं, जिनमें से दो के शीर्षक हैं मानक-चयन 2004, तथा नदी के पास 2003। अग्निएता प्लेय्येल स्वीडन के भिन्न-भिन्न समाचार-पत्रों और पत्रिकाओं के लिए अनुवादक, आलोचक और कला सम्पादक के तौर पर काम करती रहीं हैं। 1984 से वे स्वीडिश इन्स्ट्यूट की सदस्य तथा 1987 से स्वीडिश PEN की अध्यक्ष हैं। उनकी रचनाएँ क़रीब सत्रह यूरोपीय भाषाओं में अनूदित हुई हैं। वे स्वीडन के लगभग वे सभी साहित्यिक पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं, जिनमें सेल्मा लागरलॉफ़ पुरस्कार भी शामिल है।